सुल्तान राठौर "" जसरासर""

सुल्तान राठौर  "" जसरासर""

Thursday 3 March 2011

""" जग में आके जाना हमने जग वालो का भेद निराला """"



""" सुल्तान राठौर """ जसरासर """ 


"""" जग में आके जाना हमने जग वालो का भेद निराला """" 



जग में आके जाना हमने जग वालो का भेद निराला 
अरे जग में आके जाना हमने जग वालो का भेद निराला 

ऊपर से है चेहरा गोरा अंदर से दिल गहरा काला 
जग में आके जाना हमने जग वालो का भेद निराला 

जब तक रहे मतलब किसी से उसे सर पर बिठाये फिरते है 
जो मतलब निकल गया तो फिर पदचिह्न भी नहीं दिखाई देते है

कहते है ये तन मन धन तेरा ही तो है सब यारा
जो आई मुसीबत तो पता चला कोन है तेरा किसको है तू प्यारा 

जग में आके जाना हमने जग वालो का भेद निराला 
ऊपर से है चेहरा गोरा अंदर से दिल गहरा काला 

महफ़िल में कई बार लोगो को, सचाई का दम भरते देखा है 
में हू सचा में हू अच्छा, ये कहते मैंने देखा है 

फिर मैंने ही उन लोगो को कालेपन् की छाप छोड़ते देखा है 
कहते है जो में  सबसे सच्चा, सबसे झूठापन् भी मैंने उनमे देखा है 

जग में आके जाना  हमने जग वालो का भेद निराला 
ऊपर से है चेहरा गोरा अंदर से दिल गहरा काला 

वक्त है ऐसा पता चले ना, कोन है गोरा कोन है  काला 
जितना बड़ा देखा है किसी को अंदर से उतना ही काला 

जग में आके जाना हमने जग वालो का भेद निराला 
ऊपर से है चेहरा गोरा अंदर से दिल गहरा काला 

चारो तरफ में देख उन्ही को, चारो तरफ में देख उन्ही को 
पी जाता हू ज़हर का प्याला, 

जग में आके जाना हमने जग वालो का भेद निराला 
ऊपर से है चेहरा गोरा अंदर से दिल गहरा काला 


लेखक :-  सुल्तान राठौर  """  जसरासर """ 
  ०७७४०९०४१४१ 

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